भाभी की तन्हाई और मेरा सपना -1
प्रेषक : रिंकू गुप्ता
प्रिय पाठको, सबसे पहले आप सबको मेरा नमस्कार !
मेरा नाम रिंकू...
यहाँ भी चुदी और वहाँ भी-1
मेरे भैया के एक मित्र राजीव मुझे कम्प्यूटर पढ़ाया करते थे। रोज सवेरे स्कूल जाने से पहले मैं एक घण्टे के लिये...
कामिनी की बाहों में-1
लेखिका: अलीशाआज मैं आपको अपनी एक सहेली की कहानी सुनाने जा रही हूँ।
मेरी एक बहुत ही प्यारी सहेली...
एक दूनी दो-1
लेखक : जीत शर्मा (प्रेम गुरु द्वारा संपादित एवं संशोधित)
दोस्तो! सबसे पहले मैं आप सभी पाठकों और अन्तर्वासना...
एक दूनी दो-2
लेखक : जीत शर्मा (प्रेम गुरु द्वारा संपादित एवं संशोधित)
मैंने कहीं पढ़ा था अगर कोई अधेड़ स्त्री किसी...
कोई बचा ले मुझे-2
कोई बचा ले मुझे-1विपिन घायल हो कर मेरे ऊपर चढ़ा जा रहा था. अपने आप को मेरे बदन पर सेट कर रहा...
वफ़ा या हवस-3
शैलीन भी मेरी ओर पलट गई उसने एक हाथ मेरे गाल पर रखा और कहा- नब्बू, आज मुझे औरत होने सुख दो!...
वफ़ा या हवस-4
शैलीन- जल्दी से फ्रेश हो जाओ!मैं- क्यों भाभी?शैलीन- फिर भाभी?मैं- सॉरी शैलीन, लेकिन क्यों?शैलीन- सरप्राईज़ है तुम्हारे लिए!
मैं...
पति की कल्पना-3
आँखों के सामने चुदाई का यह सजीव दृश्य देखने के बाद में भावनाएँ और भी भड़क उठी थी। अच्छे बुरे के बारे...